हजारीबाग। हजारीबाग पुलिस व सीआरपीएफ़ द्वारा चलाए गए संयुक्त नक्सल विरोधी अभियान में पुलिस को बड़ी सफलता मिली हैं। पुलिस ने पूर्व जोनल कमांडर और माओवादी कार्यकर्ता सुनिल गंझू गिरफ्तार कर भारी मात्रा में हथियार व कारतूस बरामद किया। छापामारी के दौरान बरामद नक्सली लेटर पैड और अपराध इतिहास से खुला माओवादी संगठन का विस्तार योजना का पर्दाफाश हुवा। साथ ही 04-05 संदिग्ध सदस्य जंगल में भागने में सफल रहे।
सुनिल गंझू का अपराध इतिहास लंबा और संगठित है। वह 1990 में माओवादी संगठन में शामिल हुए थे। 1993 में पुलिस मुठभेड़ में घायल होने के बाद जेल गए, 1998 में बाहर निकलकर पुनः संगठन में शामिल हुए। इसके बाद हजारीबाग जिले में कई हिंसक घटनाओं में शामिल पाए गए। 2018 में जेल से बाहर आने के बाद भी उन्होंने माओवादी गतिविधियों को जारी रखा और चतरा जिले में हत्या जैसी गंभीर घटनाओं में शामिल रहे।
पुलिस ने इस गिरफ्तारी को माओवादी संगठन के विस्तार और हिंसक गतिविधियों पर बड़ी सफलता बताया है। गिरफ्तार सुनिल गंझू के खिलाफ कूल 54 आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें हत्या, आपराधिक साजिश, हथियार अधिनियम, विस्फोटक अधिनियम और अन्य गंभीर अपराध शामिल हैं।
इस छापेमारी अभियान में अमित आनन्द (भा०पु० से०) अनुमण्डल पुलिस पदाधिकारी सदर, हजारीबाग। पवन कुमार, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी बड़कागांव। पु०नि० ललित कुमार, बड़कागांव अंचल। पु०अ०नि० कृष्णा कुमार थाना प्रभारी, बड़कागांव थाना हजारीबाग। पु०अ०नि० सागेन मुर्मू ओ०पी० प्रभारी, डांडी ओ०पी०, हजारीबाग। तकनिकि शाखा, हजारीबाग। थाना सशस्त्र बल। अन्य स्थानीय पुलिस अधिकारी शामिल थे। पुलिस ने अन्य संदिग्धों की तलाश जारी रखी है और संगठन के अन्य सक्रिय सदस्यों के खिलाफ कार्रवाई तेज करने का ऐलान किया है।
Author: news24jharkhandbihar
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