2 महीने से एनीमिया से पीड़ित थी गीता, बच्चों के भरण पोषण पर गहराया संकट
केरेडारी। केरेडारी थाना क्षेत्र के पगार बिरहोर कॉलोनी के गीता बिरहोर पति बिफा बिरहोर उम्र 36 वर्ष का आकस्मिक मौत शुक्रवार रात्रि हो गया। गीता बिरहोर बीते 2 महीने से एनीमिया से पीड़ित थीं। जिनका इलाज हजारीबाग से चल रहा था। गीता के मौत के उपरांत बिरहोर समुदाय के लोगों के साथ स्थानीय ग्रामीणों ने शनिवार सुबह बिरहोर कॉलोनी में काफी हंगामा किया। ग्रामीणों ने पीड़ित बिरहोर परिवार के लोगो के भरण पोषण व बिरहोर समुदाय को चट्टीबरियतू कोल परियोजना से दूर बसाने की मांग जिला प्रशासन किए हैं। बिरहोर समुदाय के गीता बिरहोर के मौत की सूचना पर केरेडारी बीडीओ विवेक कुमार, एसडीपीओ पवन कुमार, पगार ओपी प्रभारी विक्की ठाकुर दल बल के साथ बिरहोर कॉलोनी पहुंचे। अधिकारियों ने मृत बिरहोर परिवार के परिजनों को हर संभव मदद करने का भरोसा दिलाया। वहीं मृत गीता के शव का पोस्टमार्टम करने बात पर बिरहोर समुदाय के लोग पुलिस प्रशासन पर भड़क उठे। बिरहोर परिवार ने पुलिस प्रशासन के सहमति पर शव को अपने पारंपरिक तरीके से दफन कर दिया। मृतक गीता बिरहोर अपने पीछे पति, 3 बेटी व एक बेटा को छोड़ गई है। गीता के मौत के उपरांत इनके बच्चों के भरण पोषण पर संकट गहरा गया हैं।
इस संबंध में बीडीओ विवेक कुमार ने कहा गीता बिरहोर बीते कई महीनों से एनीमिया से ग्रसित थी। जिसका इलाज हजारीबाग से चल रहा था। जांच रिपोर्ट में हीमोग्लोबिन की मात्रा बिलकुल कम हो गया था, जिससे गीता की मौत हो गई। वर्तमान में पीड़ित परिवार को सरकार के ओर से आर्थिक सहायता किया गया हैं। मृतक के पति को पेंशन, पारिवारिक लाभ दिया जायेगा। इसके आलावा बच्चों को भी सरकारी सुविधाओं का लाभ दिया जायेगा। बिरहोर परिवार को सुरक्षित स्थान में भेजने के सवाल पर बीडीओ ने कहा कि बिरहोर परिवार को बड़कागांव के ढेंगा में बसाने की तैयारी हैं। परन्तु कई बिरहोर परिवार बिरहोर कॉलोनी को छोड़ने के लिए तैयार नहीं हैं।

Author: news24jharkhandbihar
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