3 करोड़ मुआवजा व पत्नि को नौकरी के मांग को लेकर 30 घंटे से जाम हैं सड़क, परिजनो का रो रो कर हुआ बुरा
केरेडारी। एनटीपीसी केडी परियोजना के पांडू पुल के समीप ओएसएल कंपनी के हाइवा से मृत विकास कुमार राम के शव के साथ परिजन 28 घंटे से सड़क में डटे हुवे हैं। परिजनों व ग्रामीणों ने एनटीपीसी प्रबंधन, एमडीओ कंपनी बीजीआर व ट्रांसपोर्टर ओएसएल कंपनी से मृतक के आश्रितों को 3 करोड़ मुआवजा, पत्नि के लिए नौकरी व बच्चों के भरण पोषण की व्यवस्था करने की मांग किये हैं। सड़क जाम के सूचना पर केरेडारी अंचलाधिकारी रामरतन वर्णवाल, थाना प्रभारी विवेक कुमार, ओपी प्रभारी विक्की ठाकुर समेत एनटीपीसी प्रबंधन, एमडीओ कंपनी बीजीआर व ट्रांसपोर्टर ओएसएल कंपनी वार्ता के लिए घटना स्थल पहुंचे। घंटो वार्ता के उपरांत ग्रामीण व परिजन नहीं मानें, वार्ता नहीं होने के उपरांत सभी अधिकारी व कर्मी वापस लौट गए।
इस संबंध में अंचलाधिकारी रामरतन वर्णवाल ने कहा कि परिजन अपने जिद पर अड़े हैं। इन्होने कहा कि स्थानीय पुलिस प्रशासन मृतक के परिवार के साथ हैं, सरकार के नियमों के अनुसार मृतक के परिजनों को सहयोग किया जायेगा। सड़क जाम होने के कारण बीते 28 घंटे में एनटीपीसी प्रबंधन को करोड़ो रुपए का नुकसान हो रहा हैं।
घटना स्थल में मौजूद प्रमुख सुनीता देवी, शमीम मियां, पूर्व मंत्री योगेंद्र साव, निरंजन साव, उप प्रमुख अमेरिका महतो, सुरेश साव, नारायण यादव ने कहा कि जब तक मृतक के परिजनों को उचित मुआवजा नहीं मिलता, खनन व ट्रांसपोर्टिंग बंद रहेगा। इन्होंने घटना स्थल में हजारीबाग उपायुक्त के समक्ष वार्ता कराने का मांग किए। आगे कहा की कोल कंपनियों के आने से क्षेत्र में सड़क दुर्घटना बढ़ गई हैं। जिसको लेकर मुआवजा नीति बनाने की मांग किए।
बताते चलें कि बीते दिन बाइक सवार युवक को कोयला लदा हाइवा ने युवक को चपेट में ले लिया था। जिससे पांडू के विकास कुमार राम पिता तेतर राम की मौत हो गई थीं। घटना से आक्रोशित ग्रामीणों ने ओएसएल कंपनी के वाहन को आग के हवाले कर दिया था। मृतक अपने पीछे पत्नि कविता देवी, दो बेटा अर्णव 12 वर्ष, अरव 9 वर्ष व बेटी अराध्या 6 वर्ष समेत भरा पुरा परिवार को छोड़ गया हैं।

Author: news24jharkhandbihar
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