प्रकाश कुमार / प्रतापपुर (चतरा)
ग्रामीण क्षेत्र के लोग अपने कार्यों के निष्पादन और अपनी समस्याओं को लेकर प्रखंड कार्यालय तक नहीं पहुंच पाते हैं। इसी उद्देश्य से पंचायती राज व्यवस्था बहाल की गई ताकि जो लोग अपनी समस्याओं को लेकर प्रखंड कार्यालय तक नहीं पहुंच पाते हैं, वैसे लोगों की समस्या का समाधान गांव के सरकार अर्थात जनप्रतिनिधि दूर कर सकेंगे। लेकिन जनप्रतिनिधियों का काम सिर्फ वोट लेने तक ही सिमट कर रह गया है।
प्रतापपुर प्रखंड के योगियारा पंचायत अंतर्गत उपर बरहे गाँव की 74 वर्षीय बंदिया देवी व 80 वर्षीय नागिया देवी आज भी सरकार के महत्वाकांक्षी योजना वृद्धा पेंशन योजना से वंचित हैं। इन वृद्ध महिलाओं के देखभाल करने वाला कोई नहीं है। दोनों महिलाएं बताती हैं कि जब पति जिंदा थे तो अच्छा से जीवन यापन हो रहा था, लेकिन पति के मरने के बाद खाने पीने को भी लाले पड़ गए हैं।
महिलाएं बताती हैं कि शरीर जब तक साथ दे रहा था तब तक मेहनत मजदूरी करके जीवन चलती थी, पर अब वृद्ध अवस्था में शरीर थक चुका है, ऐसे में दो वक्त का खाना खाने को भी सोचना पड़ता है। वृद्ध महिलाएं बताती हैं कि सिर्फ चुनाव के समय लोग वोट डालवाने के लिए गाड़ी से बूथ तक लेकर जाते हैं, उसके बाद कोई पूछने नहीं आता है।
इन वृद्ध महिलाओं को सरकार की योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है, जिससे उनकी स्थिति और भी खराब हो गई है। अब देखना यह है कि क्या जनप्रतिनिधि इन वृद्ध महिलाओं की समस्या का समाधान करेंगे या नहीं। इस संदर्भ में प्रखंड विकास पदाधिकारी अभिषेक पांडेय से फोन से संपर्क करने की कोशिश की गई लेकिन उन्होंने कॉल नही उठाया।
Author: news24jharkhandbihar
सबसे तेज, सबसे आगे









