गुमला। गुमला थाना क्षेत्र से बरामद पैसे से भरा बैग दिल्ली के एक स्वर्ण व्यवसायी का है। पुलिस के पूछताछ में पैसों के साथ गिरफ्तार अपराधी मो फरीद खान ने बताया। इस मामले में एसपी डॉक्टर एहतेशाम वकारीब ने पुलिस मेंस एसोसिएशन कार्यालय में प्रेस वार्ता की। इन्होंने बताया कि दिल्ली स्थित करोलबाग के गली नंबर-6 में रह रहे सोना व्यापारी के अपार्टमेंट से करीब 6-7 करोड़ रुपया लेकर तीन लोगो के भागने की गुप्त सूचना मिली थी। जो गुमला के रास्ते राउरकेला जा रहे थे, एक दंडाधिकारी नियुक्त कर 4 अप्रैल की रात 11:55 बजे छापामारी दल चंदाली स्थित पॉलिटेक्निक कॉलेज के पास चेकिंग शुरू किया गया। डेढ़ बजे रात में गुप्ता बस की डिक्की की तलाशी लिया गया, तलाशी के क्रम में बस के पीछे वाली डिक्की में पांच बैग सामान भरा हुआ बंद अवस्था में वा एक सोने का चैन व तीन सोने की अंगूठी बरामद किया था। साथ आरोपी को गिरफ्तार किया गया था। आरोपी ने अपने दो दोस्त राउरकेला मालगोदाम के विशाल मंडल व मो कैफ के सहायता से योजनाबद्ध तरीके से चोरी करने की बात स्वीकार किया है, जो अभी फरार है। फरीद खान ने बताया कि दोस्त विशाल मंडल माह जनवरी में अपने चाचा सुनील कुमार मंडल की मदद से दिल्ली के सोना व्यापारी टेकचंद सोनी के पास काम पर रखवाया था। जो अपने दोस्त मो फरीद खान व मो कैफ को बुलाकर अपार्टमेंट के अलमीरा में रखे दो सोने की चैन को पहनकर तथा नगद कैश को छोटे बड़े पांच बैग एवं ट्रॉली बैग में भरकर भाग निकले।
सील पांचों बैग को दंडाधिकारी, स्टेट बैंक ऑफ मेन ब्रांच गुमला, बैंक ऑफ इंडिया गुमला, एक्सिस बैंक के कर्मचारियों की उपस्थिति में वीडियो ग्राफर के साथ आयकर विभाग की टीम अग्रणी जिला प्रबंधक की टीम एवं पुलिस पदाधिकारी के समक्ष विधिवत सील बंद कमरा को खोलकर कमरे के अंदर रखे सील बंद बैग को बारी बारी से खोलकर विधिवत कैश गिनती की गयी। कैश गिनती के पश्चात एलडीएम द्वारा उक्त कैश के संबंध में प्रमाण पत्र उपलब्ध कराया।
कैश गिनने के लाई गई पांच मशीन
बरामद राशि अधिक होने के कारण आइटी विभाग, बैंक एलडीएम की उपस्थिति में थाना में नोट गिनने के लिए पांच मशीन लगाया गया। नोट की गिनती सवा दस बजे शुरू हुई थी जो लगभग छह घंटे तक चला। जिसमें छह करोड़ 53 लाख, 97 हजार 730 रुपये मिला।
गिरफ्तार अपराधियों को भेजा गया जेल – एसपी
एसपी ने कहा कि आरोपी को न्यायिक हिरासत में प्रस्तुत कर जेल भेजा गया है। वर्तमान में सभी बरामद पैसा को सील कर दिया गया है। मामले की जांच इनकम टैक्स तो कर रही है। वहीं हमने इडी (प्रवर्तन निदेशालय) को भी इसकी सूचना दी है। ईडी भी इस मामले में जांच करेगी।
छापामारी दल में दंडाधिकारी सह डीडब्ल्यूओ सुदीप राज, एसडीपीओ मनीषचंद्र लाल, थानेदार विनोद कुमार, सार्जेंट मेजर प्रणव कुमार, एसआइ दीपक कुमार रोशन, एसआइ गुलाम मुस्तफा, एएसआइ बीरबल कुमार पांडेय, एएसआइ बबलू बेसरा, हवलदार रामधन उरांव, हवलदार जयशंकर कुमार, आरक्षी सुनील कुमार, रामवीर राम, जितेंद्र लोहरा, सहायक आरक्षी रवि भगत, राजेश लोहरा समेत कई पुलिस जवान मौजूद थे।
Author: news24jharkhandbihar
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