टंडवा: पिपरवार एरिया के रेलवे सईडिंग के विस्थापित राजधर ,बहेरा के ग्रामीण रैयतों के द्वारा भूमि के बदले मिलने वाली सुविधा नौकरी, मुवाबजा, की मांग को लेकर दिनांक 28 मार्च बंदी स्थगित के बाद सीसीएल पिपरवार प्रबंधन द्वारा पहल नही करने से आक्रोश रैयतों ने सोमवार से राजधर सईडिंग बंदी का ऐलान किया है। बताया गया सीसीएल पिपरवार प्रबंधक और सीसीएल मुख्यालय रांची के पदाधिकारियों द्वारा झूठा आश्वासन देने और स्थगित समय के अंदर रैयतों के मांग को पूरा कर देने का विश्वासघात किया गया। पदाधिकारियों द्वारा रैयतो को जानबूझकर , डोकोमेंट में कई तरह का खामी लगाकर परेशान किया जा रहा है। फहीम राज द्वारा आरोप लगाया कि सीसीएल के मिलीभगत से भू-माफिया और उसके रिश्तेदार को ऐसे ही कई मौजा में झूठ और जाली दस्तावेज के आधार पर सीसीएल नौकरी देने का काम किया। और इन मौजा के जो ओरिजनल रैयत है। जिनके पूर्वज के दखल कब्जा है उस रैयतों को दरकिनार किया जा रहा है। सीसीएल द्वारा सिर्फ बंदी को स्थगित कराकर अपना खनन कार्य कर लिया जाता है। आश्वासन देने के बाद भी सीसीएल प्रबंधन रैयतों के मांग पूरा नहीं किया। जिससे आक्रोशित रैयतों ने सोमवार से राजधर सईडिंग का कार्य अनिश्चितकालीन के लिए बंदी का ऐलान किया है।
Author: news24jharkhandbihar
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