कुलदीप कुमार दास
टंडवा (चतरा)। औधोगिक नगर कहे जाने वाला टंडवा में एनटीपीसी पॉवर प्लांट के चिमनी धुवां वा कोयले के धूल से विस्थापित गांव के लोग काफी परेशान है। साथ ही कोयले का धूल का असर आम जनमानस पर दिखने लगा है।
एनटीपीसी से विस्थापित गांव टंडवा, गाड़ीलौंग, कमता, जोड़ा पोखर, पांडे मोड़, दुंदुआ राहम के सैकड़ो परिवारों को कोयले के डस्ट से काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। रैयतों ने एनटीपीसी प्रबंधन से पॉवर प्लांट से उड़ रहे कोयला के डस्ट को रोक थाम के लिए पानी के छिड़काव करने की मांग किए है। ताकि कोयले के डस्ट से रैयतों को भविष्य में बीमारीयों से बच सके। वही रैयतों ने एनटीपीसी से 75 प्रतिशत रोजगार स्थानीय रैयतों को देने मांग किए।
Author: news24jharkhandbihar
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