प्राकृतिक से जोड़ता है यह पर्व: ललिता देवी
बरकट्ठा(हजारीबाग)।ऐतिहासिक सूर्यकुंड पर्यटक स्थल में संथाल सरना समिति के द्वारा सरहुल मिलन सामारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ बेलकप्पी मुखिया ललिता देवी ने फीता काटकर व दीप प्रज्वलित कर किया। मौके पर जिप प्रतिनिधि सी.के.पांडेय, थाना प्रभारी कृष्ण कुमार साहा, गोरहर मुखिया प्रतिनिधि छोटन कुमार कोल, बेलकप्पी मुखिया प्रतिनिधि धीरेंद्र पांडेय शामिल थे। मौके पर मुखिया ललिता देवी ने कहा की सरहुल त्योहार के महत्व पर प्रकाश डालते हुए बताया कि सरहुल पर्व प्राकृतिक से जुड़ा हुआ बहुत प्यारा त्यौहार है। यह त्यौहार सौ वर्षों से जनजातियों के द्वारा मनाया जा रहा है। सरहुल पर्व पर संथाल समाज के द्वारा प्राकृतिक का परंपरागत कार्यक्रम प्रस्तुत किया। इस दौरान संथाल समाज ने ध्वजारोहण एवं परंपरागत तरीके से धर्म के पाहन ने सरना माता की पूजा की साथ ही सखुआ के फूलों को एक दूसरे को देकर बधाई दिया। पूजा के बाद सांस्कृतिक एवं परंपरागत झूमर नृत्य भी आयोजित किया गया। लोगों ने नगाड़े एवं मांदर की थाप पर देर शाम तक नृत्य करते रहे।अतिथियों ने प्रकृति के प्रति अपने प्रेम जाहिर किया। मौके पर भारत जगत मांझी परगना सचिव रामजी बेसरा, रामधनी मांझी, सुनील मुर्मू, किशुन हंसदा, दुर्गा बास्के, महादेव मुर्मू, मुकेश टुडू समेत सैकड़ों संथाल समाज के परिवार मौजूद थे।
Author: news24jharkhandbihar
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