केरेडारी (हजारीबाग)। एनटीपीसी केरेडारी कोयला खनन परियोजना वर्ष 2023-24 में कोल उत्पान लक्ष्य को पुरा करते हुवे 2.5 लाख टन कोयला का उत्पादन किया। कंपनी कोल उत्पादन के साथ साथ कोल ट्रांसपोर्टिंग से टोरी, बचरा और कटकमसांडी रेलवे साइडिंग से कुल 680 रैक कोयला डिस्पैच किया। केरेडारी कोयला खनन परियोजना से वित्तीय वर्ष 2024-25 में 2.5 मिलियन टन कोयला उत्पादन व डिस्पैच का लक्ष्य रखा है। यहां का कोयला का उपयोग अपने टंडा और नॉर्थ कर्णपुरा पावर प्लांट टंडवा में किया जायेगा। जिससे एनटीपीसी को मजबूत परिचालन होगा। प्रेस विज्ञप्ति जारी कर परियोजना प्रमुख शिव प्रसाद ने कहा हैं की वर्ष 2022-23 और 2023-24 मे हमने सीएसआर और सामुदायिक विकास के तहत कुल 4.21 करोड़ रूपए खर्च किए है। परियोजना द्वारा 19 परियोजना प्रभावित स्कूलों को 1000 जॉइंटेड बेंच डेस्क प्रदान किया, 05 परियोजना प्रभावित गांवों और 02 मिडिल लेवल सरकारी स्कूलों में 13 हैंडपंप और 11 डीपबोरवेल की स्थापना किया। सिलाई प्रशिक्षण, बुनियादी कंप्यूटर प्रशिक्षण, मशरूम उत्पादन प्रशिक्षण, किसानों को स्ट्रॉबेरी और अन्य फलदार पौधों का वितरण, यूएचएस बसरिया के 8 वीं कक्षा के ऊपर के छात्रों के लिए साइकिल वितरण, टीबी रोगियों के लिए पोषण किट, मच्छरदानी, कंबल, स्वेटर, स्टेशनरी किट आदि का वितरण किया गया हैं।
सीबी कोल परियोजना से वित्तीय वर्ष 2024-25 में 6 मिलियन टन कोयला उत्पादन वा डिस्पैच का लक्ष्य
चट्टीबरियातू कोयला खनन परियोजना के अपर महाप्रबंधक मो वासिफ ने जारी पत्र में कहा हैं की हमने वित्तीय वर्ष 2023 – 24 में अपने कोयला उत्पादन का टारगेट पूरा करते हुए 3.304 मिलियन टन हासिल किया। 3.13 मिलियन टन कोयला भी डिस्पैच भी किया। बचरा और कटकमसांडी रेलवे साइडिंग से कोयला डिस्पैच की शुरुआत करते हुए कुल 433 रैक डिस्पैच किये हैं। पगार पिट कार्यालय का निर्माण एवं संचालन किया। चट्टी बरियातू कोयला खनन परियोजना ने वित्तीय वर्ष 2024-25 में 6 मिलियन टन कोयला उत्पादन और डिस्पैच का लक्ष्य रखा है। इस कोयले का उपयोग बाढ़ और नॉर्थ कर्णपुरा पावर प्रोजेक्ट टंडवा द्वारा एनटीपीसी के मजबूत परिचालन प्रदर्शन को सुनिश्चित करने के लिए किया जाएगा। उन्होंने बताया की वित्तीय वर्ष 2022-23 और 2023-24 मे हमने सीएसआर और सामुदायिक के तहत कुल 10.5 करोड़ रूपए खर्च किए है। हमने हमने युवाओं की रोजगार क्षमता बढ़ाने के लिए पिछले वित्तीय वर्ष मे आई टी आई कोशल विकास की शुरुआत 30 बच्चों को प्रशिक्षण देने से की है। और सारे 30 बच्चों को ट्रेनिंग के बाद नौकरी मिल गई है। महिला सशक्तिकरण के लिए कुल 173 महिलाओं को सिलाई प्रशिक्षण एवं सिलाई मशीनों का वितरण किया है। मशरूम प्रशिक्षण, सोहराई पेंटिंग, अचार, पापड़ बनाने का प्रशिक्षण और बहुत अन्य कार्यो के द्वारा आर्थिक रूप से महिलाओं को स्वतंत्र बनाने के लिए हम प्रतिबद्ध है। स्कूली बच्चों को उनकी पढ़ाई और उनके समग्र व्यक्तित्व विकास में सहायता करने के लिए, परियोजना ने 2000 स्कूल बैग, 850 छाते, 250 साइकिलें, खेल सामग्री प्रदान की है और स्मार्ट क्लास रूम, पुस्तकालय सुविधाओं और सामान्य शौचालयों के लिए बुनियादी ढांचे का निर्माण भी किया है। लगभग 20 मेडिकल कैंप लगवाए। 11 मोटर ट्राइसाइकल का वितरण किया। ग्रामीणों को स्वच्छ और पर्याप्त पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए, परियोजना वर्तमान में 7 पानी के टैंकर चला रही है और 18 बोरवेल किए है।
Author: news24jharkhandbihar
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