एनटीपीसी चट्टीबारियातु कोल परियोजना ने 8 महीनों में 1 मिलयन मीट्रिक टन कोयला उत्पादन कर रचा नया कीर्तिमान

एनटीपीसी चट्टी बरियातु कोयला खनन परियोजना से 1 मिलयन मीट्रिक टन कोयला उत्पादन का आंकड़ा हुआ पार।

केरेडारी। एनटीपीसी चट्टीबारियातु कोल परियोजना ने 8 महीनों में 1 मिलयन मीट्रिक टन कोयला उत्पादन कर 21 मई को एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। चट्टीबारियातु कोल परियोजना ने 1 मिलयन मीट्रिक टन कोयला उत्पादित कर एक नया रिकॉर्ड बनाया है। एक साल पूर्व 21 मई 2022 को परियोजना ने कोयला सीम को निकाला था। एक साल के अंतराल में ही कोयला निकाल कर सीबी कोल परियोजना के द्वारा एक रिकार्ड बनाया गया जो कि सराहनीय है।

1 मिलयन मीट्रिक टन कोयला उत्पादन पर जीएम ने अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों, कर्मियों वा रैयतों का जताया आभार

कोयला निकालते वाहन

चट्टीबारियातु परियोजना प्रमुख अनिमेष जैन के नेतृत्व में परियोजना लगातार नई ऊंचाइयों पर पहुंचेगा। परियोजना के नए कृतिमान स्थापित होने पर श्री जैन ने सभी ग्रामीणों, जिला प्रशासन एवं सभी अधिकारियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा की एनटीपीसी आने वाले समय में भी इसी तरह के नए-नए रिकॉर्ड स्थापित करेगी। 29 सितंबर 2022 को हजारीबाग उपायुक्त नैंसी सहाय एवं पुलिस अधीक्षक मनोज रतन चौथे की उपस्थति में कोयला उत्पादन की शुरूआत हुई थी। परियोजना कि इस उपलब्धि का श्रेय जिला प्रशासन एवं स्थानीय प्रतिनिधियों के पूर्ण सहयोग एवं परियोजना के सभी अधिकारीयों एवं कर्मचारीयों एवं ग्रामीणवासियों को जाता है। चट्टीबारियातु परियोजना से प्रति वर्ष सात मिलियन टन कोल उत्खनन का लक्ष्य निर्धारित किया है। 21वीं सदी के आत्मनिर्भर भारत में कोयला की आपूर्ति करने में एनटीपीसी चट्टीबारियातु परियोजना अपना अहम योगदान देगी।

एनटीपीसी बढ़ चढ़ कर रही है सामाजिक कल्याण का कार्य

एनटीपीसी की कोयला खनन परियोजनाओं द्वारा नैगम समाजिक दायित्व के अंतर्गत विस्थापित ग्रामों में समाजिक कल्याण के कार्य नियमित रूप से करते रहा हैं। युवाओं वा महिलाओ को ट्रेनिंग देकर आत्मा निर्भर बनाने में परियोजना अहम भूमिका निभा रही हैं। इसके अतिरिक्त मेडिकल कैम्प सुविधा, स्व रोजगार हेतू प्रशिक्षण, शिक्षा के क्षेत्र में परियोजना प्रभावित ग्रामों के विद्यालयों में स्मार्ट क्लास कि सुविधा, स्वच्छ भारत के अंतर्गत शौचालयों का नवीनीकरण, खेल सामग्री वितरण करते रहा है। एनटीपीसी राष्ट्रीय स्तर पर तीरांदाजी का प्रायोजक भी करते रहा है।

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Author: news24jharkhandbihar

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