सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी के दौरान मन को नियंत्रित रखना क्यों आवश्यक है? जानिए संस्कृति IAS Coaching के मैनेजिंग डायरेक्टर श्री अखिल मूर्ति सर से

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मन महान चित्रकार है,जो किसी के जीवन को बना भी सकता और बिगाड़ भी सकता है। मन में विचलन स्वाभाविक है, जो सफलता से दूर ले जा सकता है।  सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी के दौरान मन को नियंत्रित कैसे रखा जाए। आज इसी विषय पर विस्तार से चर्चा के लिए हमारे साथ हैं संस्कृति IAS Coaching के मैनेजिंग डायरेक्टर श्री अखिल मूर्ति सर।

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श्री अखिल मूर्ति सर विगत दो दशक से सिविल सेवा के अभ्यर्थियों के बीच इतिहास वैकल्पिक विषय और सामान्य अध्ययन के पाठ्यक्रम में सम्मिलित इतिहास के विभिन्न खंडों के अध्यापन के लिये देश भर में सर्वाधिक लोकप्रिय एवं भरोसेमंद नाम है। अपनी सहज अध्यापन शैली के माध्यम से इतिहास और कला-संस्कृति जैसे जटिल प्रकृति वाले विषयों को भी विद्यार्थियों के लिये अत्यंत सहज बना देते हैं। सर वर्तमान में संस्कृति IAS में पढ़ा रहे हैं, जिसके प्रबंध निदेशक भी हैं।

अखिल मूर्ति सर से प्रश्न था कि मन में विचलन तो स्वाभाविक होता है फिर इसे नियंत्रित और निर्देशित कैसे किया जाए?

सर ने उत्तर के आरम्भ में ही स्पष्ट किया कि मन की शक्ति से ही मनुष्य जीतता है और मन की दुर्बलता से ही हार जाता है। मन के विचलन के लिए किसी प्रयास की आवश्यकता नहीं होती है, जबकि इसे नियंत्रित करने के लिए हमें प्रयास करने होते हैं। मन में हजार तरह के विचार आते हैं, जिन विचारों की अधिकता होती है वह उसके भविष्य तस्वीर निर्मित करते चलते हैं। गांधी जी ने भी कहा है कि भविष्य इस बात पर निर्भर करता है कि आप आज क्या करते हैं। आपका यह कार्य विचारों से तय होता है। इसलिए अभ्यर्थियों  को अपने कार्य और विचार के अन्तराल को कम करना चाहिए।

 

अखिल मूर्ति सर ने मन को नियंत्रित रखने के कुछ टिप्स साझा किए हैं-

सर ने कहा संकल्प के बिना सृष्टि नहीं हो सकती और मन के बिना संकल्प नहीं हो सकता है। यदि आपने प्रशासनिक पद पर चयनित होने का संकल्प ले लिया है तो मन को नियंत्रित करके अपनी पूरी ऊर्जा तैयारी में लगा दीजिए। ये कैसे होगा इसके लिए कुछ टिप्स साझा कर रहा हूँ-

  1. ऐसे वातावरण में रहे जहाँ आपकी इन्द्रियां सिर्फ लक्ष्य को महसूस करें।
  2. विचलित विचार आने पर उसे अध्ययन केन्द्रित करने का प्रयास करें।
  3. अध्ययन को रुचिकर बनाएं।
  4. अच्छे मित्र बनाएं, जो आपको अध्ययन के लिए प्रेरित करें।
  5. प्रतिस्पर्धी माहौल में रहें।
  6. विचलित कर देने वाली चीजों से बचें।
  7. अनावश्यक वार्ता से बचें, मौन गंभीरता लाता है।
  8. स्वास्थ्य का ध्यान रखें; कसरत, योग आदि के लिए भी समय निकालें।
  9. नकारात्मक विचारों को हावी न होने दें।

 

संस्कृति IAS के श्री अखिल मूर्ति सर ने कहा कि उक्त टिप्स को अमल में लाना थोड़ा कठिन हो सकता है लेकिन यदि आप प्रयासरत रहते हैं तो निश्चित ही आप अपने मन के विचलन को कम कर सकते है, जब मन नियंत्रित होने लगेगा तो आपके अध्ययन की गुणवत्ता बढ़ जायेगी और चमत्कारिक शक्ति महसूस करेंगे।

 

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Author: news24jharkhandbihar

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