सूरज कुमार /महुआडांड़
महुआडांड़। झारखंड में प्राकृतिक खूबसूरती की कोई कमी नहीं है । यहां के जल-जंगल हमेशा से लोगों को आकर्षित करते रहे हैं। ऐसे में महुआडांड़ प्रखंड अंर्तगत चटकपुर पंचायत के बूढ़ा नदी पर स्थित लोध जलप्रपात का इन पर्यटन स्थलो में अलग ही स्थान है। लोध फॉल को देखने के लिए काफी संख्या में पर्यटक पहुंचते हैं। बारिश के मौसम के कारण लोध वॉटर फॉल ( बूढ़ा घाघ जल प्रपात ) की खूबसूरती देखते ही बनती है। वही पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही बारिश के कारण जलप्रपात में पानी का स्तर भी काफी अच्छा है। जिसके कारण इसकी खूबसूरती निहारने आसपास के राज्यों से भी लोग यहां पहुंच रहे हैं।
लोध वॉटर फॉल की ऊंचाई 469 फीट है। यह झारखंड का सबसे ऊंचा झरना और भारत का 21 वां सबसे ऊंचा झरना है। जो बुरहा नदी पर स्थित हैं। यहां कल-कल करता लोध वॉटर फॉल पर्यटकों का मन मोह रहा है। बताते चलें कि यह झारखंड का सबसे ऊंचा जलप्रपात है। गौरतलब है सीएम हेमन्त सोरेन भी जब लोध फॉल देखने आए थे तब उन्होंने भी लोध फॉल की खूबसूरती देख अत्यंत प्रशंसा की थी। अपने दौरे के क्रम में सीएम ने लोध फॉल को पर्यटक स्थल के तौर पर विकसित करने की बात कही थी। हाल ही में पचास लाख की लागत से लोध फॉल में करीब 25 मीटर लंबा लकड़ी का पुल बनाया गया है।इसके साथ ही पयर्टकों के बैठने के लिए चार गजीबों को बनाया गया है। लकड़ी के पुल तक जाने के लिए पूर्व से निर्मित सीढ़ी की मरम्मति कर उसके एक किनारे रेलिंग बनाया गया है। पयर्टकों की सुविधा के लिए महिला और पुरुष का अलग-अलग शौचालय बनाया गया है।

Author: news24jharkhandbihar
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