समाज के विकास के लिए बिरसा मुंडा के बताएं मार्ग में चलने की हैं आवश्यकता : अनिल मुंडा
केरेडारी (हजारीबाग)। झारखंड स्थापना दिवस व भगवान बिरसा मुंडा का 150 वीं जयंती केरेडारी प्रखंड के ग्राम जोरदाग मुंडा टोली में काफी धूम धाम से मनाया गया। इस अवसर पर जतरा मेला का आयोजन हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ भगवान बिरसा मुंडा के आदमकद प्रतिमा पर माला पहना कर मेला समिति के द्वारा किया गया।
कार्यक्रम में मेला समिति अध्यक्ष अनिल मुंडा कहा कि समाज के विकास के लिए बिरसा मुंडा के बताए हुए रास्ते पर चलने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि बिरसा मुंडा का सम्पूर्ण जीवन संघर्षों से भरा पड़ा है। वही कोषाध्यक्ष संजय मुंडा ने कहा कि बिरसा मुंडा की पूरा जीवन संघर्ष के बीच कटा, इन्होंने गरीबी को झेलते हुए भी समाज को आइना दिखाने का काम किया था। यही कारण है कि हम समस्त झारखंडवासी स्थापना दिवस पर इन्हें याद करते है।समाज सेवी सुरेश रजक ने कहा भगवान बिरसा मुंडा 25 साल की कम उम्र में ही अंग्रेजों के दांत खट्टे कर दिए थे। वह एक स्वतंत्रता सेनानी और आदिवासी नेता थे। इतना ही नहीं आदिवासी समुदाय के लोग तो उन्हें भगवान मानते थे। बिरसा मुंडा ने न केवल आजादी में योगदान दिया था, बल्कि उन्होंने आदिवासी समुदाय के उत्थान के लिए भी कई कार्य किए थे। भले ही बिरसा मुंडा बहुत कम उम्र में शहीद हो गए थे, लेकिन उनके साहसिक कार्यों के कारण वह आज भी अमर हैं।
माल्यार्पण के उपरांत मेला में आयोजित झारखंडी सांस्कृतिक कार्यक्रम शुरू किया गया। जिसका शुरुवात संयुक्त रूप से फीता काटकर किया गया जो देर शाम तक चलता रहा। जहां झारखंडी कलाकारों ने एक से बढ़ कर एक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। मेला में पहुंचे लोगों ने कार्यक्रम का लुफ्त उठाया।
इस मौके पर अध्यक्ष अनिल मुंडा, सचिव रिझन मुंडा, कोषाध्यक्ष संजय मुंडा, उपाध्यक्ष उमेश मुंडा, उपसचिव रविंद्र मुंडा, उदय लाल गुप्ता सुरेश रजक, कृष्णा कुमार गुप्ता, हिरामन महतो, धीरू मुंडा, अजय मुंडा, लखन मुंडा, अजय मुंडा, सुरेश मुंडा, सिकेंद्र मुंडा, कमेलश मुंडा, मुकेश मुंडा, पाहन, नरेश मुंडा, मिथुन मुड़ा,सुनील मुंडा, शूकर मुंडा, समेत अन्य लोग भी उपस्थित थे।
Author: news24jharkhandbihar
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