एनटीपीसी डीजीएम के हत्या से कर्मियों में दहशत 26 घंटे के बाद शुरू हुआ कोयला उत्पादन का कार्य



केरेड़ारी। हजारीबाग जिला के कटकमदाग थाना क्षेत्र के फतहा में दिन दहाड़े एनटीपीसी केरेडारी कोल परियोजना के डीजीएम कुमार गौरव के हत्या से एनटीपीसी के कर्मियों में दहशत का माहौल हैं। कुमार गौरव के हत्या के उपरांत केरेडारी कोल परियोजना वा चट्टी बारियातू कोल परियोजना में कोयला ढुलाई वा कोयला खनन का कार्य बाधित रहा। खनन कार्य में लगे बीजीआर वा रित्विक कंपनी के सैकड़ों वाहन परियोजना क्षेत्र में खड़े रहे। आउट सोर्सिंग कंपनी के लगभग 2800 कर्मी 26 घंटे तक काम पर वापस नहीं लौटे। कोयला का परिवहन बंद होने से दोनों परियोजना क्षेत्र से कोयला ट्रांसपोर्टिंग में लगे 1100 से अधिक टीपर हाईवा वाहन भी खड़ा रहा। वाहनों के खड़ा होने से ट्रांसपोर्टिंग सड़क में वाहनों की लंबी कतार लग गया हैं। एनटीपीसी प्रबंधन के निर्देशानुसार घटना के 26 घंटा के उपरांत रविवार दोपहर 12.30 बजे केरेडारी कोल परियोजना वा चट्टी बारियातू कोल परियोजना में  कोयला खनन का कार्य शुरू किया गया। काम शुरू होते ही कंपनी के कर्मी काम पर वापस लौट गए।
कोल परियोजना से परिवहन वा खनन बंद होने से 26 घंटे में करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ हैं।

परियोजना प्रमुख ने कुमार गौरव के हत्या पर गहरी संवेदना व्यक्त की

केरेडारी कोल परियोजना प्रमुख शिव प्रसाद ने अपने सहयोगी अधिकारी कुमार गौरव के हत्या पर गहरी संवेदना व्यक्त की। कहा कि कुमार गौरव का कमी हर किसी को खलेगा, वे काफी मृदु भाषी थे। श्री प्रसाद ने हजारीबाग पुलिस प्रशासन से अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का अपील किए हैं। आगे इन्होंने परियोजना क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था मुस्तैद करने वा सहयोग करने का मांग जिला पुलिस अधीक्षक से किए हैं।

डिस्पैच अधिकारी पवन रावत ने कुमार गौरव के हत्या के घटना का किए निंदा

एनटीपीसी के डिस्पैच अधिकारी पवन रावत ने कुमार गौरव के हत्या की घटना का निंदा किए। कहा कि इनके हत्या से एनटीपीसी परिवार को अपूर्णीय क्षति हुई हैं। जिसका भरपाई करना मुश्किल हैं। आगे इन्होंने बताया कि इस घटना से एनटीपीसी के दोनों कोल परियोजनाओं में खनन वा परिवहन का कार्य बंद रहा। एनटीपीसी प्रबंधन के उच्च अधिकारियों के निर्देशानुसार परियोजना में खनन का कार्य शुरू किया गया हैं। बंदी के दौरान एनटीपीसी को करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ हैं। आगे इन्होंने बताया कि चट्टी बारियातू कोल परियोजना से प्रत्येक दिन 3 रेक कोयला का आपूर्ति एनटीपीसी के पॉवर प्लांटो में किया जाता जाता हैं। वहीं केरेडारी कोल परियोजना प्रत्येक दिन 1 रेक कोयला का आपूर्ति करता हैं।

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Author: news24jharkhandbihar

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