केरेडारी। केरेडारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में स्वास्थ्य कर्मियों के लापरवाही से एक नवजात बच्चें की मौत हजारीबाग में इलाज के दौरान हो गई। घटना 2 जुन के सुबह 5 बजे की हैं। इस घटना से परिजन समेत ग्रामीणों में आक्रोश हैं। वहीं जोरदाग निवासी पीड़ित पिता रोहित साव वा मां का रो रो कर बुरा हाल हो गया है। बच्चें की मौत के उपरांत पीड़ित परिवार ने थाने में लिखित आवेदन दे कर लापरवाह जीएनएम वा सीएचसी प्रबंधन के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई करने की मांग किए हैं।
पीड़ित ने आवेदन में कहा है कि 2 जून अहले सुबह 3 बजे मेरी पत्नी कंचन देवी को लेकर परिजन वा भाई मुकेश साव केरेडारी सीएचसी ले कर पहुंचे। प्रसव पीड़ा से तड़पती कंचन को जीएनएम ने बिना इलाज शुरू किए 2 घंटे के बाद आ कर देखने की बात कह कर पति के साथ ड्यूटी से भाग गई। इस दौरान कंचन का दर्द तेज हो गया, परन्तु कोई भी कर्मी महिला को सुध लेने तक नहीं पहुंचे। आनन फानन में परिजन महिला को बड़कागांव निजी अस्पताल में सिजेरियन कर डिलीवरी हुआ परन्तु देर प्रसव होने के कारण बच्चे का हार्ट बिट कमजोर हो गया। परिजन बच्चे को इलाज के लिए हजारीबाग ले गए। जहां वेंटिलेटर पर बच्चें का इलाज शुरू हुआ परन्तु 6 जून के सुबह बच्चें की मौत हो गई। परिजनों ने कहा बच्चा का हार्ट बिट अच्छा था, परंतु केरेडारी सीएचसी कर्मियों के लापरवाही से बच्चें की जान चला गया। परिजनों ने केरेडारी थाना प्रभारी से मिल कर मामलें में संबंधित कर्मी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की मांग किये हैं।
Author: news24jharkhandbihar
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