केरेडारी। एनटीपीसी की चट्टीबारियातू कोल माइंस से कोयले की ट्रांसपोर्टिंग सड़क निर्माण समेत सात सूत्री मांगों को लेकर विस्थापित प्रभावित भू रैयत बीते 6 दिनों से धरना प्रदर्शन में हैं। रैयतों ने भू रैयतों की बनी नई कमिटी को मान्यता देने, रैयतों को रोजगार से जोड़ने, समय – समय पर पानी के छिड़काव करने, ट्रांसपोर्टिंग के दौरान होने वाली सड़क दुर्घटनाओं का मुआवजा राशि का निर्धारण करने मांग एनटीपीसी प्रबंधन से कर रहे हैं। रैयतों ने आगे कहा की सदर एसडीओ के साथ हजारीबाग कार्यालय में विगत 26 जून को बैठक हुई थी जिसमें कम्पनी व ट्रांस्पोटर के साथ वार्ता कर के समस्या का समाधान निकालने की बात भी हुई थी लेकिन अब तक कम्पनी की ओर से कोई पहल नहीं किया गया हैं। कम्पनी के ढुलमुल रवैये से भू रैयत ग्रामीण हताश हैं। अगर कम्पनी हमारी मांगों को नहीं मानती तो ट्रांसपोर्टिंग सड़क चालू नही होने देंगे।
धरना में मनेश्वर साव, चन्दन कुमार, बिनोद साव, रितेश यादव, बिजेंद्र यादव, इदरीश अंसारी, ब्रजेश कुमार साव, मुकेश कुमार साव, सोनू कुमार, मो मनोवर, जुलेखा खातुन, महानन्द कुमार साव, परवेज अंसारी, बैजंती देवी, लीला देवी, देवंती देवी, सोनू कुमार, कविता देवी, अनीता देवी, मानो देवी, समीना खातुन, नंदकिशोर प्रसाद समेत कई लोग शामिल थें।
Author: news24jharkhandbihar
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