केरेडारी(हजारीबाग)। एनटीपीसी माइनिंग लिमिटेड की चट्टी बरियातू कोयला खनन परियोजना ने गुरुवार को बिरहोर समुदाय की 30 महिलाओं को बांस से बने उत्पाद बनाने का प्रशिक्षण का प्रमाणपत्र दिया गया। साथ ही परियोजना के द्वारा 32 बिरहोर परिवारों को सोलर लाइट्स दिया गया। कार्यक्रम चट्टी बरियातू कोयला खनन परियोजना के संस्कृती महिला समिति के द्वारा किया गया हैं।
प्रमाणपत्र वितरण समारोह में संस्कृती महिला समिति उपाध्यक्ष राखी गुप्ता, महासचिव सरोज सिंह, सदस्य रंजना रावत, संस्कृती महिला समिति ने प्रमुख रूप से भाग लिया। इस अवसर पर राखी गुप्ता ने कहा, “हमारा उद्देश्य बिरहोर समुदाय की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना और उनके जीवन स्तर में सुधार लाना है। बांस से उत्पाद बनाने का प्रशिक्षण और सोलर लाइट्स वितरण से इन महिलाओं के पास नया रोजगार विकल्प और उनके घरों में रोशनी का एक सशक्त साधन होगा। बांस उत्पादों का प्रशिक्षण बिरहोर समुदाय की महिलाओं के लिए अत्यधिक लाभकारी है। इससे उन्हें न केवल एक नया कौशल प्राप्त हुआ है, बल्कि यह उन्हें आत्मनिर्भर बनने का अवसर भी देता है। बांस से बने उत्पादों की बढ़ती मांग से इन महिलाओं को स्थिर रोजगार मिलेगा और वे अपने परिवारों का भरण-पोषण बेहतर तरीके से कर सकेंगी। सोलर लाइट वितरण से बिरहोर समुदाय के 32 परिवारों के घरों में बिजली की समस्या का समाधान होगा, जिससे रात के समय में वे बेहतर तरीके से काम कर सकेंगे और उनका जीवन स्तर उन्नत होगा। आगे कहा कि चट्टी बरियातू कोयला खनन परियोजना उनके सामाजिक और आर्थिक कल्याण के लिए नियमित रूप से स्वास्थ्य शिविर और अन्य कल्याणकारी गतिविधियां आयोजित करती है।
Author: news24jharkhandbihar
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