बड़कागांव में अवैध लिंग जांच के खिलाफ स्वास्थ्य विभाग ने किया छापामारी बंद मिले कई संस्थान


बड़कागांव में किया जाता हैं अवैध लिंग का जांच, जिला प्रशासन के निर्देशानुसार किया गया संस्थानों में छापामारी. संस्थान बंद करफरार मिलें कई संचालक


बड़कागांव। हजारीबाग उपायुक्त नैंसीय सहाय तथा हजारीबाग सिविल सर्जन एसपी सिंह के निर्देशानुसार बड़कागांव चिकित्सा प्रभारी डॉ अविनाश कुमार वा बड़कागांव थाना एसआई बसंत भगत के द्वारा अवैध रूप से संचालित अल्ट्रासाउंड लिंग जांच के विरुद्ध छापेमारी किया गया। छापेमारी अभियान के दौरान ब्लॉक मोड़ के पास, थाना के समीप एक नर्सिंग होम, एक्सिस बैंक के नीचे, पूर्व विधायक पेट्रोल पंप के अपोजिट साइड दो संस्थान में, दादा बाबा रोड में बंद पेट्रोल पंप के बगल में एक दुकान में, बसेरिया मुहल्ला में एक नर्सिंग होम के बगल में जांच किया गया। जांच के दौरान कुछ संस्थान बंद मिले।

वहीं चिकित्सा प्रभारी के द्वारा अवैध अल्ट्रासाउंड लिंग जांच संचालकों को कड़ी हिदायत दी गई। कहा किभविष्य में अवैध अल्ट्रासाउंड लिंग जांच करते पकड़े जाएंगे तो कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी। अगर अल्ट्रासाउंड जांच चलानी हैं तो नियमित डॉक्टर उपस्थिति तथा कागजी प्रक्रिया होनी चाहिए और किसी प्रकार की लिंग जांच नहीं होनी चाहिए। अगर किसी प्रकार के कहीं भी लिंग जांच की जाती है तो बड़कागांव चिकित्सा प्रभारी डॉक्टर अविनाश कुमार के फोन नंबर 8084836738 पर सूचित करने का अपील किए हैं। वहीं डॉ कुमार ने बताया कि बड़कागांव प्रखंड में इन दिनों चलंत अवैध अल्ट्रासाउंड लिंग जांच मशीन आई है जिसे पकड़ना स्वास्थ्य विभाग के लिए चुनौती बनी हुई है। अगर किन्हीं को चलंत अवैध अल्ट्रासाउंड लिंग जांच मशीन के बारे में जानकारी मिले तो जरूर सूचना दें। बतादें की इन दोनों हजारीबाग जिला के विभिन्न प्रखंडों में अवैध अल्ट्रासाउंड लिंग जांच बड़े पैमाने चलने के कारण झारखंड में पुरुष के अपेक्षा महिलाओं कि संख्या 1000/947, हजारीबाग जिला का 1000/865 तथा बड़कागांव प्रखंड का 897/861 है। वहीं चिकित्सा प्रभारी के द्वारा अवैध अल्ट्रासाउंड लिंग जांच छापेमारी अभियान से अवैध अल्ट्रासाउंड संचालकों के बीच हड़कंप मची हुई है और मशीनों को जांच के पूर्व लें भागें। वहीं कई लोगों ने नाम नहीं छापने के शर्त पर बताया कि स्वास्थ्य विभाग के द्वारा लिंग जांच के विरुद्ध इतने बड़े छापेमारी अभियान चलाया जाता है और इससे पूर्व अवैध अल्ट्रासाउंड संचालकों को इसकी जानकारी लग जाती है। जिससे कई तरह के सवालिए निशान स्वास्थ्य विभाग पर उठ रहे हैं।
छापेमारी अभियान मुख्य रूप बड़कागांव चिकित्सा प्रभारी डॉ अविनाश कुमार, बडाबाबू आशीष कुमार वर्मा, हॉस्पिटल मैनेजर मृत्युंजय सिंह, एसआई बसंत भगत के अलावे पुलिस जवान के सशस्त्र दल शामिल थें।

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Author: news24jharkhandbihar

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