जीवन की बुराइयां शिव पर अर्पण करना ही सच्ची शिवरात्रि मनाना-ब्रह्माकुमारी सरिता बहन
शिव जयंती महोत्सव पर केरेडारी प्रखंड में निकाली गई स्वर्णिम युग दर्शन झांकी
केरेडारी। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय केरेडारी में महाशिवरात्रि का पर्व हर वर्ष की भांति इस बार भी बड़े ही धूमधाम से मनाया गया। कार्यक्रम में अतिथि के रूप में केरेडारी प्रमुख सुनीता देवी , उपप्रमुख अमेरिका महतो , जेजेए अध्यक्ष केरेडारी सुमंत साहा उपस्थित थे। कार्यक्रम की शुरुवात दीप प्रज्वल्लन के साथ किया गया। केरेडारी सेवाकेंद्र की संचिलका ब्रह्माकुमारी सरिता बहन ने बताया कि महाशिवरात्रि वास्तव में महान पर्व है , क्योंकि यह स्वयं देवों के देव भगवान शिव के अवतरण दिवस का यादगार है।

शिव के साथ क्या है रात्रि का संबंध:- परमात्मा शिव की जयंती को जन्मदिन न कहकर शिवरात्रि कहा जाता है। इसका अर्थ है परमात्मा जन्म-मरण से न्यारे हैं। उनका किसी महापुरुष या देवता की तरह शारीरिक जन्म नहीं होता है। वह अलौकिक जन्म लेकर अवतरित होते हैं। उनकी जयंती कर्तव्य वाचक रूप से मनाई जाती है। जब-जब इस सृष्टि पर पाप की अति धर्मग्लानि होती है और पूरी दुनिया दुःखों से घिर जाती है तो गीता में किए अपने वायदे अनुसार परमात्मा इस धरा पर अवतरित होते हैं। उन्होंने सभी को परमात्म अवतरण की खुशखबरी बताते हुए आगाह भी किया कि आज इंसान बुराइयों के दलदल में दिनों दिन और ही फंसता जा रहा है। क्योंकि सत्य ज्ञान का अभाव है, किसी भी चीज के अति के बाद अंत निश्चित है अर्थात् विश्व परिवर्तन बहुत ही निकट है। भारत फिर से स्वर्ग बनने वाला है। परंतु स्वर्ग में जाने के लायक बनने के लिए जीवन से बुराई, व्यसन, दुर्गणों को अपने जीवन से समाप्त करना होगा। किसी भी बेजुबान की हत्या करके सेवन करना भी तो प्रकृति के साथ खिलवाड़ है।

परमात्मा के जन्मदिन पर केक कटिंग कर शिव ध्वज भी फहराया गया। उसके पश्चात स्वर्णिम युग दर्शन झांकी सह शोभायात्रा केरेडारी प्रखंड सहित अन्य गांवों तक पहुंची तथा मनुष्यों को शिव पर अक-धतूरा, भांग आदि अर्पित करने के बजाय जीवन में जो कांटों के समान बुराइयां हैं, गलत आदतें हैं, गलत संस्कार हैं, कांटों के समान बोल, गलत सोच को आज के दिन शिव पर अर्पण करने की अपील की।
मौके पर संचालिका बीके सरिता बहन, बीके योगेंद्र भाई, बीके यशोदा माता, बीके धनीनाथ भाई, बीके सुभाष भाई , बीके ऋतु भाई, बीके रोहन भाई, बीके हरी भाई, बीके अशोक भाई, बीके भीम, बीके पारस, बीके रंजन, बीके अनूप, बीके विरेन्द्र, बीके कार्तिक सैकड़ों बीके भाई बहनें उपस्थित थे।

Author: news24jharkhandbihar
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