एनटीपीसी केरेडारी कोल परियोजना के द्वारा किया गया प्रेस वार्ता
केरेडारी(हजारीबाग)। एनटीपीसी केरेडारी कोयला खनन परियोजना के द्वारा खनन वा कोल ट्रांसपोर्टिंग मिले उपलब्धियों को लेकर परियोजना प्रमुख शिव प्रसाद ने प्रेस वार्ता की। इस दौरान श्री प्रसाद ने परियोजनाओं की प्रगति, चुनौतियों और भविष्य की योजनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने परियोजना की शुरुआत से अब तक की यात्रा उसकी प्रमुख उपलब्धियों और स्थानीय समुदाय के लिए योगदान पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि एनटीपीसी की केरेडारी कोयला खनन परियोजना का उद्देश्य न केवल कोयला उत्पादन को बढ़ावा देना है बल्कि परियोजना प्रभावित गांवों के सर्वांगीण विकास के साथ पर्यावरण संरक्षण के लिए उठाए गए कदमों और स्थानीय समुदायिक विकास के प्रति कंपनी की प्रतिबद्धता भी हैं।
परियोजना प्रमुख ने बताया कि केरेडारी परियोजना ने वार्षिक खदान सुरक्षा सप्ताह 2024 के प्रतिष्ठित आयोजन में 1900 में से 1900 अंक (100%) प्राप्त कर एक अद्वितीय उपलब्धि हासिल की हैं। माइंस चालू होने के बाद से अब तक हमने 18 लाख टन से ज्यादा कोयले का उत्पादन किया। परियोजना ने वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए निर्धारित 1.5 मिलियन मीट्रिक टन के एमओयू लक्ष्य को मात्र 289 दिनों में पूरा कर उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। परियोजना की शून्य दुर्घटना का रिकॉर्ड है। 5 अप्रैल 2023 को खनन कार्य शुरू होने के बाद से अब तक कोई दुर्घटना नहीं हुई है, जो सुरक्षा के प्रति इसकी अटूट प्रतिबद्धता को दर्शाता है। परियोजना क्षेत्र से 7 दिसंबर 2024 तक 1 एमएमटी (मिलियन मीट्रिक टन) कोयला प्रेषण सिर्फ 277 दिनों में हासिल की।कोयला प्रेषण के आरंभ से अब तक कुल 13,61,091.32 मीट्रिक टन कोयले का प्रेषण किया जा चुका है, जिसमें 8,79,486.32 मीट्रिक टन 65% कोयला नॉर्थ कर्णपुरा टंडवा भेजा गया है।4,81,605.00 मीट्रिक टन लगभग 35 प्रतिशत कोयला प्रेषण टोरी रेलवे साइडिंग में किया गया।
पुनर्वास और पुनर्स्थापन का लाभ के तहत 25 वर्षों के खनन उत्खनन में लगभग 2,532 लाभुकों को वार्षिकवृत्ती मिलेगा। जिसमें से अब तक 923 लाभुकों को वार्षिकवृत्ती दिया जा चुका हैं। सामाजिक उत्तरदायित्व परियोजनाओं के माध्यम से, इस वित्तीय वर्ष में, हमने विभिन्न पहलों के माध्यम से लगभग 5,000 लाभार्थियों पर सकारात्मक प्रभाव डाला है। जिसके लिए लगभग 2.50 करोड़ रुपये खर्च किए गए। छह नेत्र जांच और मोतियाबिंद सर्जरी शिविरों का आयोजन, जिसमें 700 व्यक्तियों की दृष्टि संबंधी समस्याओं की जाँच की गई और 130 मोतियाबिंद रोगियों का उपचार हुआ। खेल कूद को बढ़ावा देते हुए ग्राम डुमरी में जिला स्तरीय फुट बॉल प्रतियोगिता का आयोजन कराया गया। जिसमें 32 टीमों ने भाग लिया। साथ ही आसपास के 06 विद्यालयों में विभिन्न खेलकूद सामग्रियों का वितरण किया गया है। हाई स्कूल, बसरिया की 40 छात्राओं के लिए 15 दिवसीय ग्रीष्मकालीन कार्यशाला का आयोजन, 13 परियोजना-प्रभावित स्कूलों के 1,750 सोलर लैंप छात्रों के बीच किया गया। 10 विशेष डॉक्टरों की सेवाओं दो बहु-विशिष्ट स्वास्थ्य शिविर लगा कर1,500 लोगों को स्वास्थय जांच वा उपचार किया गया। परियोजना-प्रभावित स्कूलों के प्रतिभावान छात्रों को 1,69,000 रुपये की छात्रवृत्ति दिया गया। विभिन्न परियोजना-प्रभावित गांवों के 120 युवाओं को डिजिटल साक्षरता और कंप्यूटर कौशल का प्रशिक्षण दिया गया। पांडू ग्राम पंचायत के नए पंचायत भवन के निर्माण हेतु जिला परिषद, हजारीबाग विभाग को दिसंबर माह में 1 करोड़ रुपये दिया गया है ताकि पंचायत भवन का निर्माण जल्द से जल्द कराया जा सके।

Author: news24jharkhandbihar
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