केरेडारी। एनटीपीसी सीबी कोल परियोजना के एमडीओ कंपनी रित्विक में कार्यरत वल्वो चालक गुड्डू मुंडा के मौत पर जारी बंदी पुलिस प्रशासन वा कंपनी प्रबंधन के पहल पर सुलझाया गया। रित्विक प्रबंधन के द्वारा मृतक गुड्डू मुंडा के पत्नि को पेंशन देने, 3 लाख मुआवजा, पेंशन, दो बच्चों के पढ़ाई के लिए 18 वर्ष तक 2 – 2 हजार रुपया देने, महिला को नौकरी देने की बात पर मृतक के परिजनों ने शव को परियोजना क्षेत्र से उठा लिया गया। शव को उठते ही सीबी कोल परियोजना में 3 दिनो से बंद कोयला उत्खनन का कार्य शुरू हो गया। वर्तमान में रित्विक कंपनी ने मृतक के श्राद्ध कर्म के 50 हजार नगद का सहयोग किया हैं।
3 दिनो के बंदी में करोड़ों का हुवा नुकसान, वापस काम पर लौटे कर्मी
वाहन चालक गुड्डू मुंडा के मौत पर कंपनी के द्वारा पहल नही करने के विरोध में रित्विक कंपनी में कार्यरत वाहन चालक मृतक के परिजनों के साथ बुधवार दोपहर से आंदोलन में जुट गए। वाहन चालकों के आंदोलन से कोयला खनन का कार्य 3 दिनो तक ठप रहा। चालकों के काम नही करने से एनटीपीसी प्रबंधन को करोड़ों रूपए का नुकसान हुवा। वहीं शनिवार शाम 4 बजे प्रबंधन के साथ वार्ता होने के उपरांत सभी कर्मी काम पर वापस लौट गए।
रित्विक कंपनी अधिकारी एमडी रिजवान ने बताया की गुड्डू मुंडा बीते 12 फरवरी से बीमार था, इस दौरान कम्पनी में काम करने भी नही आया था। गुड्डू का काफी दिनों से इलाज चल रहा था जिसका मौत रांची रिम्स में इलाज के दौरान हो गया। कम्पनी इस दुख के घड़ी में मृतक के परिजनों को सहयोग किया हैं। आगे भी कर्मियों को सहयोग करते रहेंगे।
मौके पर प्रमुख सुनिता देवी, सीओ राम रतन वर्णवाल, थाना प्रभारी अजीत कुमार, पचड़ा मुखिया महेश प्रसाद, प्रेम रंजन पासवान, एनटीपीसी अधिकारी एसपी गुप्ता, रोहित पाल, समेत कई लोग मौजूद थें।

Author: news24jharkhandbihar
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